स्वप्न -फल - विचार
(चिंता हरण पंचांग के अनुसार )
यहाँ कुछ खास -खास स्वपनों के भावी फलों का संक्षिप्त निरूपण किया जा रहा है। स्वप्न - फलों के सम्बन्ध में निम्न बातों को ध्यान में रखना आवश्यक है : रात्रि 3 बजे से सूर्योदय के पूर्व के स्वप्न सात दिन में, मध्यरात्रि के स्वप्न एक मास में, मध्यरात्रि से पहले के स्वप्न एक वर्ष में अपना फल प्रदान करते हैं। दिन के फल महत्वहीन होते हैं। एक रात में एक से अधिक स्वप्न दृश्य हों तो अंतिम स्वप्न ही फलदायक होगा ; अस्वस्थ और असंयमी के स्वप्न व्यर्थ होते हैं।
स्वप्न स्वप्न फल
दाँत टूटते देखना = दुःख एवं झंझट का सामना करना।
दरवाजा देखना = किसी बड़े से मित्रता होना ।
दरवाजा बन्द देखना = परेशानियाँ होना ।
दलदल देखना = व्यर्थ चिन्ता बढ़े ।
सुपाड़ी देखना = रोग से मुक्त हो ।
धुँआ देखना = हानि एवं विवाद हो ।
रस्सी देखना = यात्रा करे (तो परेशानी हो )।
रोटी खाना = पदोन्नति एवं धन बढ़े ।
प्रकाश देखना = उच्चकोटि का साधु हो ।
रुई देखना = स्वस्थ हो जाय ।
खेती देखना = लापरवाह हो, संतान प्राप्ति हो ।
भूकम्प देखना = सन्तान को कष्ट एवं दुःख हो ।
सीढ़ी देखना = सुख सम्पत्ति बढ़े ।
सुराही देखना = बुरा संग हो ।
चश्मा लगाना = विद्वत्ता बढ़े ।
लाठी देखना = नाम पैदा करें ।
खाई देखना = धन एवं प्रसिद्धि मिले ।
कैची देखना = घर में कलह हो ।
कुत्ता देखना = उत्तम मित्र प्राप्त हो ।
कलम देखना = महान व्यक्ति से मुलाकात हो ।
टोपी देखना = दुःख दूर हो, उन्नति हो ।
धनुष खीचना = लाभप्रद यात्रा हो ।
कोयला देखना = व्यर्थ किसी झगड़े में फसें ।
कीचड़ में फँसना = कष्ट हो, व्यय हो ।
बैल या गाय देखना = मोटी देखो तो लाभ पतली देखो तो हानि ।
घर बनाना = प्रसिद्धि प्राप्त हो ।
घास का मैदान देखना= खूब धन एकत्र करें ।
घोड़ा देखना = संकट दूर हो ।
घोड़े पर सवार होना = सरदारी या ओहदा मिले ।
लोहा दिखना = किसी धनवान से लाभ हो ।
लोमड़ी देखना = किसी सम्बन्धी से धोखा मिले ।
मोती देखना = लड़की पैदा हो ।
मुर्दे को पुकारना = विपत्ति एवं दुःख प्राप्त हो ।
मुर्दे से बात करना = मुराद पूरी हो ।
बाजार दिखना = दरिद्रता दूर हो ।
बड़ी दीवाल देखना = सम्मान मिले ।
दीवाल में कील ठोकना = वृद्ध से लाभ हो ।
दतुवन करना = पाप का प्रायश्चित एवं सुख हो ।
खूँटा देखना = धर्म की ओर अभिरुचि हो ।
धरती पर बिस्तर लगाना = दीर्घायु हो सुख वृद्धि हो ।
ऊँची जगह पर चढ़ना = पदोन्नति एवं प्रसिद्धि हो ।
बिल्ली देखना = चोर एवं शत्रु से पाला पड़े ।
बिल्ली या बन्दर काटे = रोग और आर्थिक संकट हो ।
नदी का पानी पीना = राज्य से लाभ हो परिश्रम हो ।
सफ़ेद फूल देखना = दुःख से छुटकारा मिले ।
लाल फूल देखना = पुत्र से सुख एवं भाग्योदय हो ।
पत्थर देखना = विपत्ति, मित्र शत्रु बने ।
तलवार देखना = युद्ध में विजयी हो ।
तालाब या पोखर में नहाना = सन्यास धारण करें।
सिंघासन देखना = बहुत सुख मिले ।
जंगल देखना = दुःख दूर हो, विजयी हो ।
अर्थी दिखना = रोग मुक्ति आयु बृद्धि हो ।
जहाज दिखना = परेसानी दूर हो, व्यय हो ।
चाँदी दिखना = धन एवं अहंकार वृद्धि हो ।
झरना देखना = दुःख दूर हो ।
चादर दिखना = बदनामी हो ।
दिया जलते देखना = आयु वृद्धि हो ।
पत्र पढ़ना = शुभ समाचार मिले , परिश्रम बढ़े ।
सुगंध लगाना देखना = विद्वान् एवं पंडित बने ।
अनार पाना = धन एवं संतान प्राप्त हो ।
आकाश देखना = ऐश्वर्य -वृद्धि,पुत्र लाभ ।
कुएं का पानी देखना = विविध लाभ विजय ।
रत्न या नगीना देखना = दुःख भय , व्यय हो ।
धूप देखना = पदोन्नति या लाभ हो ।
अग्नि उठाना = अवैध धन प्राप्ति व अवैध व्यय ।
आग जलाकर पकड़ना = कष्ट का सामना हो, व्यर्थ व्यय हो ।
बदलपूर्ण आकाश देखना = विपत्ति दुःख व परेशानी हो ।
आँधी और बिजली गिरना = मुसीबत में फँसे ।
सूखा अन्न खाना = विविध कष्ट, व्यर्थ परेशानी ।
अँगूठी पहनना = धन लाभ तथा प्रसन्नता बढ़े ।
ऊँट देखना = अपार धन प्राप्त हो ।
वर्षा अपने घर पर देखना = घर में कलह एवं रोग बढ़े ।
वर्षा पूरे नगर में देखना = सुख एवं प्रसन्नता प्राप्त हो ।
हरी फुलवारी देखना = धन -जन की वृद्धि ।
सूखा बाग देखना = विपत्ति में फँसे ।
सर के बाल कटे देखना = ऋणमुक्त हो, स्त्री को पुत्र हो ।
बाल देखना = धन -लाभ हो ।
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