Friday, May 12, 2017

💔😒किसान की ज़ुबानी परिवार की कहानी 💔:

💔😒किसान की ज़ुबानी परिवार की कहानी 💔:-
  😞😞😞😞😞😞😞😞😞

कहते हैं..
इन्सान सपना देखता है
तो वो ज़रूर पूरा होता है.
मगर
किसान के सपने
कभी पूरे नहीं होते
बड़े अरमान और कड़ी मेहनत से फसल तैयार करता है और जब तैयार हुई फसल को बेचने मंडी जाता है.
बड़ा खुश होते हुए जाता है.
बच्चों से कहता है
आज तुम्हारे लिये नये कपड़े लाऊंगा फल और मिठाई भी लाऊंगा,
पत्नी से कहता है..
तुम्हारी साड़ी भी कितनी पुरानी हो गई है फटने भी लगी है आज एक साड़ी नई लेता आऊंगा.
😞😞😞😞😞
पत्नी:–”अरे नही जी..!”
“ये तो अभी ठीक है..!”
“आप तो अपने लिये
जूते ही लेते आना कितने पुराने हो गये हैं और फट भी तो गये हैं..!”
जब
किसान मंडी पहुँचता है .
ये उसकी मजबूरी है
वो अपने माल की कीमत खुद नहीं लगा पाता.
व्यापारी
उसके माल की कीमत
अपने हिसाब से तय करते हैं.
एक
साबुन की टिकिया पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.
एक
माचिस की डिब्बी पर भी उसकी कीमत लिखी होती है.
लेकिन किसान
अपने माल की कीमत खु़द नहीं कर पाता .
खैर..
माल बिक जाता है,
लेकिन कीमत
उसकी सोच अनुरूप नहीं मिल पाती.
माल तौलाई के बाद
जब पेमेन्ट मिलता है.
वो सोचता है
इसमें से दवाई वाले को देना है, खाद वाले को देना है, मज़दूर को देना है ,
अरे हाँ,
बिजली का बिल
भी तो जमा करना है.
सारा हिसाब
लगाने के बाद कुछ बचता ही नहीं.
वो मायूस हो
घर लौट आता है
बच्चे उसे बाहर ही इन्तज़ार करते हुए मिल जाते हैं.
“पिताजी..! पिताजी..!” कहते हुये उससे लिपट जाते हैं और पूछते हैं:-
“हमारे नये कपडे़ नहीं ला़ये..?”
पिता:–”वो क्या है बेटा..,
कि बाजार में अच्छे कपडे़ मिले ही नहीं,
दुकानदार कह रहा था
इस बार दिवाली पर अच्छे कपडे़ आयेंगे तब ले लेंगे..!”
पत्नी समझ जाती है, फसल
कम भाव में बिकी है,
वो बच्चों को समझा कर बाहर भेज देती है.
पति:–”अरे हाँ..!”
“तुम्हारी साड़ी भी नहीं ला पाया..!”
पत्नी:–”कोई बात नहीं जी, हम बाद में ले लेंगे लेकिन आप अपने जूते तो ले आते..!”
पति:– “अरे वो तो मैं भूल ही गया..!”
पत्नी भी पति के साथ सालों से है पति का मायूस चेहरा और बात करने के तरीके से ही उसकी परेशानी समझ जाती है
लेकिन फिर भी पति को दिलासा देती है .
और अपनी नम आँखों को साड़ी के पल्लू से छिपाती रसोई की ओर चली जाती है.
फिर अगले दिन
सुबह पूरा परिवार एक नयी उम्मीद ,
एक नई आशा एक नये सपने के साथ नई फसल की तैयारी के लिये जुट जाता है.
….
ये कहानी
हर छोटे और मध्यम किसान की ज़िन्दगी में हर साल दोहराई जाती है
…..
हम ये नहीं कहते
कि हर बार फसल के
सही दाम नहीं मिलते,
लेकिन
जब भी कभी दाम बढ़ें, मीडिया वाले कैमरा ले के मंडी पहुच जाते हैं और खबर को दिन में दस दस बार दिखाते हैं.
कैमरे के सामने शहरी महिलायें हाथ में बास्केट ले कर अपना मेकअप ठीक करती मुस्कराती हुई कहती हैं..
सब्जी के दाम बहुत बढ़ गये हैं हमारी रसोई का बजट ही बिगड़ गया.
………
कभी अपने बास्केट को कोने में रख कर किसी खेत में जा कर किसान की हालत तो देखिये.
वो किस तरह
फसल को पानी देता है.
१५ लीटर दवाई से भरी हुई टंकी पीठ पर लाद कर छिङ़काव करता है,
२० किलो खाद की
तगाड़ी उठा कर खेतों में घूम-घूम कर फसल को खाद देता है.
अघोषित बिजली कटौती के चलते रात-रात भर बिजली चालू होने के इन्तज़ार में जागता है.
चिलचिलाती धूप में
सिर का पसीना पैर तक बहाता है.
ज़हरीले जन्तुओं
का डर होते भी
खेतों में नंगे पैर घूमता है.
……
जिस दिन
ये वास्तविकता
आप अपनी आँखों से
देख लेंगे, उस दिन आपके
किचन में रखी हुई सब्ज़ी, प्याज़, गेहूँ, चावल, दाल, फल, मसाले, दूध
सब सस्ते लगने लगेंगे.
Please Send to your all groups
तभी तो आप भी एक मज़दूर और किसान का दर्द समझ सकेंगे।
आगे सैंड ज़रूर करो
आपसे अनुरोध है
"जय जवान जय किसान"

😍😋😡😜गुदगुदाते चुटकुले 😍😋😡😜



कंजूस लड़की दुकानदार से :- ऐसा साबुन दो..
जो कम घिसे और नहाने के बाद
चेहरे पे लाली लाये |
,
,
,
,
दुकानदार नौकर से :- मैडम को एक ईट का टुकड़ा दे दो..|
😀😂😜 








 सेठ(नौकर से)- जरा देखना तो कितना टाइम हो रहा है...?
नौकर - मुझे टाइम देखना नही आता... 😔😔😒
सेठ - अच्छा कोई बात नही...😌
यह देखकर बताओ कि बड़ी सूई कहा है
और छोटी सूई कहाँ है? 😌😌
नौकर - दोनो सूइयां घड़ी में हैं...
      😣😣😣








एक घड़ी सुधारने वाले ने अपनी प्रेमिका को कुछ इस प्रकार ख़त लिखा:
मैंने हमेशा तुमारा 7:00 दिया
तुम भी मेरा 07:02
हम 02:09 को हमेशा 01:07 रहना है
इसलिए मुझे छोड़ने की गल्ती 02:12 न करना..😀😄😄😄😄
😂😂😂

आर्ट ऑफ लिविंग... की कुछ अच्छी बातें*

         *आर्ट ऑफ लिविंग... की कुछ अच्छी बातें*

👉 💓 जीवन में आने वाली हर चुनौती को स्वीकार करे।

👉 👌 अपनी पसंद की चीजों के लिये खर्चा करें।

👉 😱 इतना हंसिये कि पेट दर्द हो जाये।

👉 💃 आप कितना भी बुरा नाचते हों, फिर भी नाचिये। उस खुशी को महसूस कीजिये।

👉 😭 फोटोज् के लिये पागलों वाली पोज् दीजिये। बिल्कुल छोटे बच्चे बन जाइये।

👉 😎 हर पल को खुशी से जीने को ही जिंदगी कहते है।

👉 😊"जिंदगी है छोटी," हर पल में खुश रहो।

👉 🙌"काम में खुश रहो," आराम में खुश रहो।

👉 😄 "आज पनीर नहीं," दाल में ही खुश रहो।

👉 😻 "आज गाड़ी नहीं," पैदल ही खुश रहो।

👉 😇 "बीता हुआ कल जा चुका है," उसकी मीठी याद में ही खुश रहो।

👉 😏"आने वाले कल का पता नहीं," इंतजार में ही खुश रहो।

👉 😀 "हंसता हुआ बीत रहा है पल," आज में ही खुश रहो।

👉 🙇"जिंदगी है छोटी," हर हाल में खुश रहो।

👉 😋 अगर दिल को छुआ हो तो जवाब दो, वरना बिना जवाब के भी खुश रहो।
               😊😊😊😊😊😊

Monday, May 8, 2017

💔💔दिल्ली गरजे, नयनपुर बरसे ☔

            💖  💃  😊  😍
💞👀 दिल्ली गरजे, नयनपुर बरसे |


☔ कन्नौज भर गया पानी, चढ़ा बूड़ा चूड़ापुर में ,

😋 लख ( देखना )तिरिया (औरत ) मुस्कानी (मुस्कुराना)

            💖  💃  😊  😍

        उत्तर इसी पहेली में है | 

 पसन्द आये तो जरूर like 👍   and comment करें                                    
     

😆😆 एक टी.वी. पत्रकार😆😆 😆



😆😆😆😂😆😆 😆
एक टी.वी. पत्रकार एक
किसान का इंटरव्यू
ले रहा था...
पत्रकार : आप बकरे को
क्या खिलाते हैं...??
किसान : काले को या
सफ़ेद को...??
पत्रकार : सफ़ेद को..
किसान : घाँस..
पत्रकार : और काले को.??
किसान : उसे भी घाँस..
पत्रकार : आप इन बकरों
को बांधते कहाँ हो.??
किसान : काले को या
सफ़ेद को...??
पत्रकार : सफ़ेद को..
किसान : बाहर के कमरे में..
पत्रकार : और काले को...??
किसान : उसे भी बाहर
के कमरे में...
पत्रकार : और इन्हें नहलाते
कैसे हो...??
किसान : किसे काले को
या सफ़ेद को...??
पत्रकार : काले को..
किसान : जी पानी से..
पत्रकार : और सफ़ेद को.??
किसान : जी उसे भी पानी से..
पत्रकार का गुस्सा सातवें
आसमान पर,
बोला : कमीने ! जब दोनों
के साथ सब कुछ एक
जैसा करता है, तो मुझसे
बार-बार क्यों पूछता है..
काला या सफ़ेद...????
किसान : क्योंकि काला
बकरा मेरा है...
पत्रकार : और सफ़ेद बकरा??
किसान : वो भी मेरा है...
पत्रकार बेहोश...
होश आने पे किसान बोला
अब पता चला कमीने
जब तुम एक ही news
को सारा दिन घुमा फिरा
के दिखाते हो हम भी
ऐसे ही दुखी होते है।

💁बीवियों के प्रकार🙎

                💁बीवियों के प्रकार🙎

*1. आलसी बीवी :::::::::::::*
खुद जाकर चाय बना लो और एक कप मुझे भी दे देना …
*2. धमकाने वाली बीवी ::::*
कान खोलकर सुन लो , या तो इस घर में तुम्हारी माँ रहेगी या मैं …
*3. इतिहास-पसंद बीवी ::::*
सब जानती हूँ तुम्हारा खानदान कैसा है …
*4. भविष्य-वाचक बीवी :::*
अगले साथ जन्मो तक मेरे जैसी बीवी नहीं मिलेगी …
*5. भ्रमित बीवी :::::::::::::*
तुम आदमी हो या पजामा ?
*6. स्वार्थी बीवी :::::::::::::*
ये साड़ी मेरी माँ ने मुझे पहनने को दी है तुम्हारी बहनों के लिए नहीं ..
*7. शक्की बीवी :::::::::::::*
मेरी कौन सी सौतन से फ़ोन पर बात कर रहे थे ?
*8. अर्थशास्त्री बीवी :::::::::*
कौन सा कुबेर का खजाना कमा ले आते हो जो रोज़ पनीर खिलाऊ ?
*9. धार्मिक बीवी :::::::::*
शुक्र करो भगवान् का जो मेरे जैसी बीवी मिली …
*10. सबकी बीवी :::::::::::::*
मेरे नसीब में तुम ही लिखे थे ?
             🙏🏻

💕💞प्यार से तीन शब्दों की रचना हुयी💕💞



धरती पर प्यार से तीन शब्दों की रचना हुयी है|
💏(1)Boyfriend
💏(2)Girlfriend
💞(3)Family
किन्तु एक बात ध्यान देने वाली है कि
Boyfriend और
Girlfriend इन दो शब्दों के अन्तिम तीन अक्षर से बनता है "end" इसलिये ये सम्बन्ध एक दिन ख़त्म हो जाते हैं परन्तु तीसरा शब्द है Family, जिसके पहले तीन अक्षर से बनता है :
Fam=Father and mother आैर अन्तिम तीन अक्षर से :-
ily= i love you , अत: जिस शब्द का आरम्भ पिता एंव माता से और अन्त प्यार के साथ हो , वह शब्द सही मायने मे परिवार है ।
💘        💖      💕       💑

Wednesday, May 3, 2017

olx par aise hi likh diya......



😀😀😀
मै तो आज परेशान हो गया, सुबह से फोन पे फोन आ रहे है
20,000 Order आ गए हैं। 

"एक मुझे भी चाहिए।
एक मुझे भी चाहिए।"
मैंने तो OLX par ऐसे ही लिख दिया था
"बीवी की आवाज कम करने का रिमोट यहाँ मिलता है।"
लिखना TV था, छप गया BV
😜😜😜😜😜😜😜😜